माता विश्वम्भरी देवी का कर्मा की देवी भी माना जाता है. और उनको अदि शक्ति के नाम से भी पुकारा जाता. माता विश्वम्भरी देवी ने ही पुरे ब्रह्माण्ड बनाया है. ब्रह्मा, विष्णु और महेश ये तीनो देवो को भी माँ ने ही बनाया है. माँ विश्वम्भरी का सबसे बड़ा मंदिर राबदा, वलसाड, गुजरात में है Vishwambhari Stuti Lyrics Hindi विश्वंभरी अखिल विश्व तनी जनेता, विद्या धरी वदनमा वसजो विधाता, दुर्बुद्धिने दूर करी सदबुद्धि आपो, माम पाहि ओम भगवती भव दुख कांपों। भूलो पड़ी भवरने भटकू भवानी, सूझे नहीं लगिर कोई दिशा जवानी, भासे भयंकर वाली मन ना उतापो, माम पाहि ओम भगवती भव दुख कांपों। आ रंकने उगरावा नथी कोई आरो, जन्मांड छू जननी हु ग्रही बाल तारो, ना शु सुनो भगवती शिशु ना विलापो, माम पाहि ओम भगवती भव दुख कांपों। माँ कर्म जन्मा कथनी करता विचारू, आ स्रुष्टिमा तुज विना नथी कोई मारूँ, कोने कहू कथन योग तनो बलापो माम पाहि ओम भगवती भव दुख कांपों। हूँ काम क्रोध मद मोह थकी छकेलो, आदम्बरे अति घनो मदथी बकेलो, दोषों थकी दूषित ना करी माफ़ पापो, माम पाहि ओम भगवती भव दुख कांपों। ना शाश्त्रना श्रवण नु पयपान किधू, ना मंत्र के स्तुति कथा